Wednesday, 13 May 2020

Devotion (भक्ति)

Devotion (भक्ति)


Devotion (भक्ति)

Devotion (भक्ति) अगर कही नाम सुनने में आता है तो सबसे ज्यादा भारत वर्ष में ही आता है युगों-युगों से ही भारत वर्ष में देवी-देवताओं तथा साधु-सन्तो का आना जाना लगा रहा है।
उसी का परिणाम है कि आज भी हम भक्ति मार्ग पर लगे हुए है।

विचारणीय बिंदु :-

राम जी और कृष्ण जी नही थे तब हम किस की भक्ति करते थे
क्या यह कभी आपने सोचा है? कि हम। उनसे पहले भी युग बिता है
बउस युग में किसकी भक्ति की जाती थी?
आइए जानते है

किसकी भक्ति की जाती थी?
तब शास्त्रों को प्रमाण मानते हुए भक्ति की जाती थी पूर्ण परमात्मा कि भक्ति की जाती थी  सत भक्ति कैसे छुटी ?
आइए जानते

सत भक्ति कैसे छुटी ?
धीरे धीरे काल (21 ब्रह्मांड का मालिक )ने लोगो को भृमित करके उनके कर्म खराब करवाकर भक्ति हिन कर दिया और शास्त्रविरुद्ध भक्ति करना सीखा दिया और सभी हिंसा की ओर अग्रसर होंने लगे  आखिर क्यों ? काल(21 ब्रह्मांड का मालिक ) ये करवा रहा है


आखिर क्यों ? 
काल(21 ब्रह्मांड का मालिक ) ये करवा रहा है,  मनुष्यो के कर्म खराब करवाकर उन्हें अपना भोजन बनानां चाहता है। काल(21 ब्रह्मांड का मालिक )
नित्य एक लाख जीवो को खाता है और सवा लाख उत्पन्न करता है इस लिए हमें सतभक्ति से भटकाया। अब आप कहोगे सतभक्ति कैसे करें? आइए जानते है।


सतभक्ति कैसे करें?
सतभक्ति के लिए पूर्णगुरु की आवश्यकता होती है, और मनुष्य जन्म की क्योंकि मनुष्य जीवन ही एक ऐसा माध्यम है सतभक्ति करके मोक्ष प्राप्त करने का क्योंकि मनुष्य को अच्छे बुरे की पहचान होती है। इस लिए पूर्णगुरु की आवश्यकता होती है पूर्णगुरु कैसे मिले? आइए जानते है


पूर्णगुरु कैसे मिले?
पूर्णगुरु की पहचान होती है कि शास्त्रानुसार भक्ति बताना शास्त्रों में से निचोड़ निकाल कर बताना ओर भक्ति के वास्तविक मूल मंत्र देना यह पहचान होती है पूर्णगुरु कि और पूर्णगुरु एक बार मे एक ही हो सकता है।

पूर्णगुरु की पहचान 


अधिकारी जानकारी के लिए यहां क्लिक करे


Publication





6 comments:

Presenting by Kabir Ji Motivation

Thank you

Following
youtube.com/c/KabirJiMotivation

Kabir Ji Motivation

Presenting by  Kabir Ji Motivation Kabir Parmeshwar's manifest day Kabir Parmeshwar's manifest day is celebrated, not bi...